पटना।राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और बिहार सरकार में पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव ने महुआ विधानसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा की है। पार्टी और परिवार से अलग किए जाने के बाद तेज प्रताप ने आरजेडी के विरुद्ध मोर्चा खोलते हुए चुनावी मैदान में उतरने का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि यदि तेजस्वी यादव महुआ सीट से चुनाव लड़ते हैं, तो वह राघोपुर से भी चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं।
शनिवार को पटना में पत्रकारों से बातचीत करते हुए तेज प्रताप यादव ने कहा कि अब वह 'टीम तेज प्रताप' के नाम से अपने बैनर पर चुनाव लड़ेंगे और जरूरत पड़ी तो अन्य सीटों पर भी अपने उम्मीदवार मैदान में उतारेंगे। इस मौके पर तेज प्रताप ने आरजेडी की पारंपरिक हरी टोपी की जगह पीले रंग की टोपी पहनकर अपनी नई राजनीतिक दिशा का संकेत भी दिया।
तेज प्रताप ने महुआ की जनता का आभार जताते हुए कहा कि वहां मेडिकल कॉलेज बनने का श्रेय भी उन्हें ही जाता है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यदि पार्टी उन्हें टिकट नहीं देती है, तो वह किसी भी हालत में चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने कहा, "जनता तय करेगी कि कौन उनके लिए काम कर रहा है और कौन सिर्फ नाम का सहारा लेकर राजनीति कर रहा है।"
तेज प्रताप यादव का यह बयान ऐसे समय में आया है जब पार्टी के भीतर ही अंदरूनी मतभेद खुलकर सामने आ चुके हैं। हाल ही में उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' (पूर्व में ट्विटर) पर अपनी तीन बहनों—मीसा भारती, हेमा यादव और राजलक्ष्मी यादव—को अनफॉलो कर दिया था। फिलहाल वह सिर्फ अपनी मां राबड़ी देवी, पिता लालू प्रसाद यादव, भाई तेजस्वी यादव और कुछ करीबी नेताओं को ही फॉलो कर रहे हैं।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि तेज प्रताप की यह रणनीति आगामी विधानसभा चुनावों में आरजेडी के लिए एक चुनौती खड़ी कर सकती है। वहीं पार्टी की ओर से इस पूरे घटनाक्रम पर अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
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