नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को नीति आयोग की 10वीं गवर्निंग काउंसिल की बैठक में सभी राज्यों और केंद्र सरकार के बीच समन्वय को “टीम इंडिया” भावना से जोड़ते हुए कहा कि यदि सभी राज्य और केंद्र मिलकर काम करें, तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं रह जाएगा। उन्होंने इस बैठक में विकसित भारत की परिकल्पना को मजबूत करते हुए कहा, "जब हर राज्य विकसित होगा, तभी देश भी विकसित बनेगा।"
प्रधानमंत्री का यह बयान ऐसे समय में आया है जब भारत ने एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करते हुए जापान को पीछे छोड़कर विश्व की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था का दर्जा प्राप्त कर लिया है। IMF और नीति आयोग के हालिया आंकड़ों के अनुसार, भारत की GDP अब 4.3 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच चुकी है।
तीसरे स्थान से केवल 0.6 ट्रिलियन डॉलर दूर भारत
नीति आयोग के सीईओ बी.वी.आर. सुब्रह्मण्यम ने इस उपलब्धि को “नई अर्थव्यवस्था की नई उड़ान” करार देते हुए कहा कि भारत अब सिर्फ 0.6 ट्रिलियन डॉलर पीछे है और जल्द ही जर्मनी को पीछे छोड़कर तीसरी सबसे बड़ी वैश्विक अर्थव्यवस्था बन सकता है। जर्मनी इस समय 4.9 ट्रिलियन डॉलर की GDP के साथ तीसरे स्थान पर है।
उन्होंने कहा,
“हम अब चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था हैं। यह कोई हमारा नहीं, बल्कि IMF का आंकड़ा है। भारत आज जापान से बड़ा है। अब अगला लक्ष्य जर्मनी को पीछे छोड़कर तीसरे स्थान पर आना है, जो हम अगले 2-3 वर्षों में हासिल कर सकते हैं।”
'विकसित भारत' के लक्ष्य की ओर तेज़ी से बढ़ता देश
प्रधानमंत्री मोदी ने ‘विकसित भारत’ का रोडमैप प्रस्तुत करते हुए विकास के चार मुख्य स्तंभ बताए:
- राज्यों का सहयोग – संघीय ढांचे को सशक्त करना।
- युवा शक्ति का उपयोग – भारत की जनसंख्या को आर्थिक शक्ति में बदलना।
- टेक्नोलॉजी और इनोवेशन – डिजिटल इंडिया, स्टार्टअप इंडिया को और बढ़ावा देना।
- ग्रीन ग्रोथ और क्लाइमेट एक्शन – ऊर्जा दक्षता व सतत विकास को प्राथमिकता देना।
क्या है भारत की आर्थिक उड़ान के पीछे का रहस्य?
- मजबूत घरेलू खपत
- उद्यमशीलता की लहर
- सरकारी सुधारात्मक नीतियाँ (GST, PLI स्कीम आदि)
- डिजिटल लेन-देन और UPI की सफलता
- वैश्विक निवेशकों का भरोसा
एकजुट भारत, विकसित भारत
प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत तेजी से ‘विकसित राष्ट्र’ बनने की दिशा में अग्रसर है। जहां एक ओर वैश्विक मंच पर भारत की आर्थिक ताकत का लोहा माना जा रहा है, वहीं दूसरी ओर केंद्र व राज्य मिलकर ‘टीम इंडिया’ की भावना से अगर कार्य करें, तो भारत 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बनने के अपने लक्ष्य को समय से पहले भी प्राप्त कर सकता है।
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