बिहार को मिली 5 नई ट्रेनों की सौगात: पटना-दिल्ली के बीच रोज़ चलेगी ‘अमृत भारत एक्सप्रेस’

 

पटना। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बिहार को रेल नेटवर्क के विस्तार की दिशा में एक बड़ी सौगात दी है। उन्होंने घोषणा की है कि बिहार को जल्द ही 5 नई ट्रेनों की सेवा मिलने जा रही है, जिनमें 4 "अमृत भारत एक्सप्रेस" ट्रेनें भी शामिल हैं। ये नई ट्रेनें राज्य को देश के अन्य हिस्सों से जोड़ने में बड़ी भूमिका निभाएंगी और यात्री सुविधाओं को एक नए स्तर पर ले जाएंगी।

रेल मंत्री ने बताया कि ये ट्रेनें न केवल यात्रियों के लिए सुविधाजनक होंगी, बल्कि यात्रा का अनुभव भी पूरी तरह बदल देंगी। उन्होंने कहा,

"पटना-दिल्ली के बीच अब रोज़ अमृत भारत एक्सप्रेस चलेगी, जिससे बिहार से राजधानी तक की यात्रा तेज़ और आरामदायक हो जाएगी।"

कौन-कौन सी ट्रेनें शुरू होंगी?

रेल मंत्रालय के मुताबिक निम्नलिखित 5 नई ट्रेनें बिहार को मिलेंगी:

  1. पटना-दिल्ली अमृत भारत एक्सप्रेस (रोज़ाना सेवा):
    • तेज़ रफ्तार, आधुनिक सुविधाओं से युक्त यह ट्रेन पटना और दिल्ली के बीच का सफर अधिक सुविधाजनक और समयबद्ध बनाएगी।
  2. दरभंगा-लखनऊ अमृत भारत एक्सप्रेस:
    • उत्तर बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश को जोड़ने वाली यह ट्रेन दोनों राज्यों के लिए व्यावसायिक और सामाजिक दृष्टिकोण से अहम मानी जा रही है।
  3. मालदा टाउन–लखनऊ अमृत भारत एक्सप्रेस:
    • यह ट्रेन बिहार के कटिहार, किशनगंज, पूर्णिया और अररिया जैसे जिलों को पार करती हुई लखनऊ तक पहुंचेगी, जिससे सीमांचल क्षेत्र को भी बेहतर रेल कनेक्टिविटी मिलेगी।
  4. सहरसा–अमृतसर अमृत भारत एक्सप्रेस:
    • इस सेवा से उत्तर बिहार के प्रवासी मज़दूरों और व्यापारिक यात्रियों को पंजाब तक सीधी और सुविधाजनक यात्रा का विकल्प मिलेगा।
  5. जोनल ट्रेन (जोगबनी-तमिलनाडु):
    • एक नई एक्सप्रेस ट्रेन जोगबनी (अररिया) से तमिलनाडु तक चलाई जाएगी, जो पूर्वी भारत को दक्षिण भारत से सीधे जोड़ेगी — यह लंबे समय से लोगों की मांग रही है।

क्या है "अमृत भारत" ट्रेन?

"अमृत भारत एक्सप्रेस" भारतीय रेलवे की नई पीढ़ी की ट्रेनें हैं, जिन्हें ‘सस्ती वंदे भारत’ भी कहा जा रहा है। ये नॉन-AC श्रेणी की आधुनिक ट्रेनें हैं, जिनमें तेज़ रफ्तार, बेहतर इंटीरियर, GPS आधारित सूचना प्रणाली, स्वचालित दरवाज़े, और आरामदायक सीटें उपलब्ध होंगी।

इनका उद्देश्य दूरदराज़ और छोटे शहरों को भी तेज़ रेल नेटवर्क से जोड़ना है — ताकि आम यात्री भी वंदे भारत जैसे अनुभव से वंचित न रहें।

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के अनुसार,

"अमृत भारत ट्रेनें छोटे शहरों और गांवों के लिए हैं — यही ‘जनरेल’ का भविष्य है।"

बिहार को कितना होगा फायदा?

रेल मंत्रालय का मानना है कि इन ट्रेनों से बिहार के 25 से ज्यादा ज़िले सीधे तौर पर लाभान्वित होंगे।
प्रवासी मज़दूरों, छात्रों, व्यापारियों, और पर्यटकों के लिए यह सेवा न केवल यात्रा का नया विकल्प खोलेगी बल्कि क्षेत्रीय विकास को भी गति देगी।

मालदा टाउन–लखनऊ रूट पर चलने वाली ट्रेन का खास ज़िक्र करते हुए वैष्णव ने कहा कि,

"यह ट्रेन बिहार के सीमांचल इलाकों को भी कवर करेगी, जहां से लाखों लोग उत्तर प्रदेश, दिल्ली और पंजाब की ओर रोज़ाना सफर करते हैं।"

कब से शुरू होंगी ये ट्रेनें?

रेल मंत्रालय की योजना के अनुसार, इन सभी ट्रेनों को अगस्त 2025 तक क्रमशः शुरू कर दिया जाएगा। कुछ रूटों पर ट्रायल रन पहले से चल रहा है। टिकट बुकिंग के लिए IRCTC जल्द ही तिथियों की घोषणा करेगा।

स्थानीय जनता में उत्साह

रेल मंत्री की इस घोषणा के बाद बिहार के अलग-अलग हिस्सों में लोगों में उत्साह देखने को मिल रहा है। सोशल मीडिया पर भी लोगों ने इस फैसले का स्वागत किया है। पटना, दरभंगा, सहरसा और जोगबनी जैसे स्टेशनों पर उम्मीद की जा रही है कि इससे ना केवल ट्रैफिक बढ़ेगा, बल्कि क्षेत्रीय व्यापार और रोजगार को भी फायदा मिलेगा।

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