नई दिल्ली। देश के 15वें उप-राष्ट्रपति पद पर सीपी राधाकृष्णन की ऐतिहासिक जीत के बाद नेताओं की प्रतिक्रियाओं का दौर जारी है। उम्मीदवार की जीत पर जहां सत्तापक्ष ने जनमत और लोकतंत्र की जीत बताया, वहीं विपक्ष ने चुनाव परिणामों को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
पूर्व उप-राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने उप-राष्ट्रपति पद का कार्यभार संभालते हुए भावुक शब्दों में लोकतांत्रिक मूल्यों की अहमियत पर प्रकाश डाला। उनका कहना है कि भारत में लोकतंत्र और संविधान 1/6 आबादी वाले देश को दिशा देता है। उन्होंने आगे कहा, “आपसी सहमति और संविधान का पालन ही देश को मजबूती देता है, और यह चुनाव उस दिशा में एक नई मिसाल बनेगा।”
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी परिणामों पर अपनी राय व्यक्त करते हुए कहा, “यह चुनाव केवल दो उम्मीदवारों की नहीं, बल्कि दो विचारधाराओं की टक्कर थी। लोकतंत्र और संविधान की रक्षा के लिए सरकारों को लोकमत और संसदीय मूल्यों का संज्ञान लेना चाहिए।” उनका मानना है कि सत्ता में पारदर्शिता और जवाबदेही देशहित में है।
देश के विभिन्न हिस्सों से भी प्रमुख दलों के नेताओं ने चुनाव परिणाम पर प्रतिक्रियाएं दी हैं। कई नेताओं ने आशा जताई कि नए उप-राष्ट्रपति के नेतृत्व में राज्यसभा का संचालन और देश का लोकतांत्रिक ढांचा और मजबूत होगा।
उल्लेखनीय है कि संसद के दोनों सदनों के सांसदों ने मंगलवार को नई दिल्ली में मतदान किया था, जिसमें एनडीए उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन ने विपक्ष के उम्मीदवार जस्टिस बी. सुदर्शन रेड्डी को निर्णायक अंतर से हराया। इस घटना के बाद से ही देश में राजनीतिक बयानबाज़ी का माहौल गर्म है।

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