

सहरसा। मंडन भारती कृषि महाविद्यालय, अगवानपुर, सहरसा में वर्षाकालीन पौधारोपण का कार्य प्राचार्या डॉ० अरुणिमा कुमारी के निर्देशन में संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम के दौरान लगभग 50 पौधे, जिनमें अमरूद, आंवला, जामुन, अशोक एवं कुछ सजावटी पौधे शामिल थे, लगाए गए। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य महाविद्यालय परिसर एवं उसके आसपास हरित आवरण को बढ़ाकर पर्यावरण स्थिरता में योगदान देना और जागरूकता को बढ़ावा देना था। इस अवसर पर प्राचार्या डॉ० अरुणिमा कुमारी ने वृक्षारोपण के महत्व पर जोर देते हुए वैज्ञानिकों एवं किसानों के बीच विस्तृत चर्चा की। उन्होंने कहा कि वृक्षारोपण प्रदूषण मुक्त वातावरण तैयार करने में मदद करता है, जिससे आने वाली पीढ़ियों का जीवन सुरक्षित होता है। इन पौधों से स्वच्छ हवा, लकड़ी, फल, ईंधन, औषधि एवं आध्यात्मिक उपयोग की प्राप्ति होती है। कार्यक्रम में मंत्री, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, बिहार सरकार के निर्देशानुसार अधिक से अधिक पौधों को लगाने के लिए प्रेरित किया गया। उन्होंने वायु प्रदूषण, ग्लोबल वार्मिंग, और जलवायु परिवर्तन जैसी गंभीर समस्याओं के उपाय के रूप में अधिक से अधिक वृक्षारोपण करने पर बल दिया। इस कार्यक्रम में डॉ० मुकुल कुमार, डॉ० पवन शुक्ला, डॉ० मनोज कुमार, डॉ० सतीश कुमार एवं अन्य वैज्ञानिकों ने महत्वपूर्ण योगदान दिया। अंत में, सभी ने यह संकल्प लिया कि वृक्षारोपण को एक परम पुनीत कर्तव्य मानकर उसे अपने जीवन शैली में उतारना हम सबका दायित्व है। इस प्रकार, इस वर्षाकालीन पौधारोपण कार्यक्रम ने महाविद्यालय परिसर को हरा-भरा बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया है और पर्यावरण स्थिरता के प्रति जागरूकता फैलाने में मदद की है।
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